Page 11 - kaushal
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ननधाषरयत र्मं को राप्त कयने हेतु हय ्तय ऩय जाॊच रफॊदू फनाए गए हं। हहॊदी
ऩिाचाय के ित-रनतित र्म को राप्त कयने हेतु सबी अगधकारयमं एिॊ
कभषचारयमं को अथक रमास कयना अऩेषऺत है। या्मभॊिी (कार्भषक) भहोदम की
अध्मऺता भं गहठत हहवदी सराहकाय सर्भनत की फैठक तथा सॊमुतत सगचि
भहोदम की अध्मऺता भं गहठत याजबार्ा कामाषविमन सर्भनत की फैठक का
आमोजन ननमर्भत ूऩ से ककमा जा यहा है। उतत फैठक भं हहॊदी की रगनत की
भॉनीिरयॊग की जाती है एिॊ भह्िऩूणष ननणषम र्रए जाते हं। याजबार्ा हहॊदी की
रगनत के सॊफॊध भं गहठत के वरीम हहवदी सर्भनत तथा याजबार्ा विबाग की
अनुिॊसा सर्भनत एिॊ के वरीम याजबार्ा कामाषविमन सर्भनत की फैठकं भं सद्म के
ूऩ भं नार्भत विबाग के सद्मं ्िाया बी इन फैठकं भं ननमर्भत ूऩ से बाग
र्रमा जाता है। इसके अरािा याजबार्ा हहवदी के रबािी किमाविमन हेतु विबाग
के विर्बवन अनुबागं तथा अधीन्थ कामाषरमं ्िाया बेजी जाने िारी विविध
आिगधक रयऩोिं की ननमर्भत ूऩ से सभीऺा की जाती है। हहॊदी की भॉनीिरयॊग
हेतु अधीन्थ कामाषरमं एिॊ अऩुबागं का िेफर-िू-िेफर ननयीऺण ककमा जाता है
औय र्मेक नतभाही भं हहवदी कामाषिाराओॊ का बी आमोजन ककमा जाता है ताकक
सबी अगधकारयमं औय कभषचारयमं के सभऺ हहवदी भं कामष कयने भं आने िारी
हदतकतं तथा हहवदी भं कामष कयने की उनकी खझझक को दूय ककमा जा सके ।
विबाग/सॊफधॎध कामाषरमं के अगधकारयमं/कभषचारयमं को हहवदी भं काभ कयने
हेतु रो्साहहत कयने के र्रए याजबार्ा विबाग की सबी नकद रो्साहन मोजनाएॊ
रागू की गई हं ्जसभं अगधकायी औय कभषचायी फढ-चढ कय बाग रेते हं। इसके
अरािा, विबाग भं याजबार्ा िीकड मोजना चराई गई है ्जसके तहत िर्ष के
दौयान हहवदी भं सिाषगधक दैननक सयकायी कामष कयने िारे विबाग के एक अनुबाग
एिॊ सॊफधॎध/अधीन्थ कामाषरमं भं से एक कामाषरम को याजबार्ा िीकड रदान की
जाती है। अगधकारयमं एिॊ कभषचारयमं को हहवदी भं काभ कयने हेतु रो्साहहत
कयने तथा उनकी हहवदी भं रेखन की सरजना्भक एिॊ यचना्भक रनतबा को
ऩिाचाय के ित-रनतित र्म को राप्त कयने हेतु सबी अगधकारयमं एिॊ
कभषचारयमं को अथक रमास कयना अऩेषऺत है। या्मभॊिी (कार्भषक) भहोदम की
अध्मऺता भं गहठत हहवदी सराहकाय सर्भनत की फैठक तथा सॊमुतत सगचि
भहोदम की अध्मऺता भं गहठत याजबार्ा कामाषविमन सर्भनत की फैठक का
आमोजन ननमर्भत ूऩ से ककमा जा यहा है। उतत फैठक भं हहॊदी की रगनत की
भॉनीिरयॊग की जाती है एिॊ भह्िऩूणष ननणषम र्रए जाते हं। याजबार्ा हहॊदी की
रगनत के सॊफॊध भं गहठत के वरीम हहवदी सर्भनत तथा याजबार्ा विबाग की
अनुिॊसा सर्भनत एिॊ के वरीम याजबार्ा कामाषविमन सर्भनत की फैठकं भं सद्म के
ूऩ भं नार्भत विबाग के सद्मं ्िाया बी इन फैठकं भं ननमर्भत ूऩ से बाग
र्रमा जाता है। इसके अरािा याजबार्ा हहवदी के रबािी किमाविमन हेतु विबाग
के विर्बवन अनुबागं तथा अधीन्थ कामाषरमं ्िाया बेजी जाने िारी विविध
आिगधक रयऩोिं की ननमर्भत ूऩ से सभीऺा की जाती है। हहॊदी की भॉनीिरयॊग
हेतु अधीन्थ कामाषरमं एिॊ अऩुबागं का िेफर-िू-िेफर ननयीऺण ककमा जाता है
औय र्मेक नतभाही भं हहवदी कामाषिाराओॊ का बी आमोजन ककमा जाता है ताकक
सबी अगधकारयमं औय कभषचारयमं के सभऺ हहवदी भं कामष कयने भं आने िारी
हदतकतं तथा हहवदी भं कामष कयने की उनकी खझझक को दूय ककमा जा सके ।
विबाग/सॊफधॎध कामाषरमं के अगधकारयमं/कभषचारयमं को हहवदी भं काभ कयने
हेतु रो्साहहत कयने के र्रए याजबार्ा विबाग की सबी नकद रो्साहन मोजनाएॊ
रागू की गई हं ्जसभं अगधकायी औय कभषचायी फढ-चढ कय बाग रेते हं। इसके
अरािा, विबाग भं याजबार्ा िीकड मोजना चराई गई है ्जसके तहत िर्ष के
दौयान हहवदी भं सिाषगधक दैननक सयकायी कामष कयने िारे विबाग के एक अनुबाग
एिॊ सॊफधॎध/अधीन्थ कामाषरमं भं से एक कामाषरम को याजबार्ा िीकड रदान की
जाती है। अगधकारयमं एिॊ कभषचारयमं को हहवदी भं काभ कयने हेतु रो्साहहत
कयने तथा उनकी हहवदी भं रेखन की सरजना्भक एिॊ यचना्भक रनतबा को