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भेये वरम अिर जी



फनते योज सैक़ं नेता, योज इरैतिन होता है,

अिर रफहायी जैसा नेता, कोई-कोई होता है।

र्िऺा-दीऺा रेकय के जफ मुिा हए ऩरयऩति हो गए,

बायत भाता की जम फोरो, नाये ऩय आसतत हो गए।

हाथ भं र्रमा नतयॊगा झॊडा ए अॊरेजं बायत छो़ो,

रण रे र्रमा हदिानं ने, खादी ऩहनो खादी ओढो।

साथ याभ-यहीभ यहे जेरं भं कोई जागे कोई सोता है,

अिर रफहायी जैसा नेता कोई-कोई होता है।


बायत जफ आजाद हो गमा, स्ता का भोह छो़ हदमा,

एक र्म फस देि की सेिा औय सफ ऩीछे छो़ हदमा।
धाया रिाह फोरते हहॊदी िकिकी रगाकय सुनते भॊिी,


मुिा साॊसद ने भन भोह र्रमा, ऐसे फोरे रधानभॊिी।
साठ सार यहे सॊसद भं, कोई ऐसा रफयरा होता है,

अिर रफहायी जैसा नेता, कोई-कोई होता है।


13 हदन 13 भहीने औय 5 सार सयकाय चराई,

कया हदमा ऩयभाणु ऩरयऺण, दु्भन देिं ने भुॊह की खाई।

झॊडा गा़ा मूएनओ भं, याटरबार्ा भं बार्ण देकय,

कबी-कबी सुनामा कयते भन भोहक कविता गाकय।

एक-एक िब्द कविताओॊ का आज बी भन को भोहता है,

अिर रफहायी जैसा नेता, कोई-कोई होता है।


एक नेता एक कवि औय याटरबतत रधानभॊिी,

सबी प्माय कयते थे उनको, तमा अगधकायी औय तमा सॊिी।

अऩने सयकायी आिास ऩय िो जनता दयफाय रगामा कयते,

सभ्मा चाहे कोई बी हो, तुयॊत िही ननिायण कयते।




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