Page 95 - kaushal
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दह्दी हं हभ
हभ अरग-अरग राॊत के िासी अरग-अरग ऩहनािा है,
वमायी वमायी बार्ा म्हायी, प्मायी नहीॊ छरािा है
म्हायी हहॊदी जे ऩीछे यहेगी सायी उर ऩछतािा है,
इस हहॊदी से कयो तयतकी सभझे भत फहकािा है,
,
सफ र्भर जुर कय काभ कयो हहॊदू ईसाई, र्सख औय भुसरभान
अऩनी बार्ा सफको प्मायी मे म्हायी ऩहचान।
विदेिं भं बी प्माय से फोरं मा बार्ा कती ऩयाई ना
हहॊदी भं कयो काभ खूफ, अय फोरणा भं कोई फुयाई ना
ज हहॊदी त नहीॊ प्माय तने तेयी इसभं कती बराई ना
मा तो जो़ेगी, तो़े कोवमा इसकी िीिे ्जसी कराई ना
हभ अऩनी बार्ा खुद ना प्माय कयाॊ त ककत के हहवदु्तान
अऩनी बार्ा सफने प्मायी मा म्हायी ऩहचान
र्सख रे सायी, कय काभ हहॊदी भं फस वमाया ए यॊग छॊि जाएगा
ऻान सबी का इकठा कय, तेया बायत आगे फढ जामगा
हहॊदी भं काभ कये काभ सबी, साया योग बार्ाई, कि जामगा
ज अऩणे घय भं हहॊदी बी यही ऩयाई, त बायत िुकडा भं फॊि जाएगा
कय अभ्मास तू जकदी र्सखे, हहॊदी फहत घणी आसान
ु
अऩनी बार्ा सफने प्मायी मा म्हायी ऩहचान
कये तयतकी हहॊदी बार्ा दूफे जी वमू चाह यहे सै
नतिायी जी हहॊदी की खानतय घणा ए खचाष ठा यहे सै
डी ए डी सभविम सेतिन िारे बी इस हहॊदी के गुण गा यहे सै
राफोध, रिीण, राऻ के गुण फाय-फाय सभझा यहे सै
क ु छ कोर्िि कयके देख रूॊ फरजीत एक फाय भेया कहणा भान
अऩनी बार्ा सफने प्मायी मा म्हायी ऩहचान।।
फरजीत ससॊह तॊवय
व.स.स, यऺा भॊरारम, नई दद्री
78
हभ अरग-अरग राॊत के िासी अरग-अरग ऩहनािा है,
वमायी वमायी बार्ा म्हायी, प्मायी नहीॊ छरािा है
म्हायी हहॊदी जे ऩीछे यहेगी सायी उर ऩछतािा है,
इस हहॊदी से कयो तयतकी सभझे भत फहकािा है,
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सफ र्भर जुर कय काभ कयो हहॊदू ईसाई, र्सख औय भुसरभान
अऩनी बार्ा सफको प्मायी मे म्हायी ऩहचान।
विदेिं भं बी प्माय से फोरं मा बार्ा कती ऩयाई ना
हहॊदी भं कयो काभ खूफ, अय फोरणा भं कोई फुयाई ना
ज हहॊदी त नहीॊ प्माय तने तेयी इसभं कती बराई ना
मा तो जो़ेगी, तो़े कोवमा इसकी िीिे ्जसी कराई ना
हभ अऩनी बार्ा खुद ना प्माय कयाॊ त ककत के हहवदु्तान
अऩनी बार्ा सफने प्मायी मा म्हायी ऩहचान
र्सख रे सायी, कय काभ हहॊदी भं फस वमाया ए यॊग छॊि जाएगा
ऻान सबी का इकठा कय, तेया बायत आगे फढ जामगा
हहॊदी भं काभ कये काभ सबी, साया योग बार्ाई, कि जामगा
ज अऩणे घय भं हहॊदी बी यही ऩयाई, त बायत िुकडा भं फॊि जाएगा
कय अभ्मास तू जकदी र्सखे, हहॊदी फहत घणी आसान
ु
अऩनी बार्ा सफने प्मायी मा म्हायी ऩहचान
कये तयतकी हहॊदी बार्ा दूफे जी वमू चाह यहे सै
नतिायी जी हहॊदी की खानतय घणा ए खचाष ठा यहे सै
डी ए डी सभविम सेतिन िारे बी इस हहॊदी के गुण गा यहे सै
राफोध, रिीण, राऻ के गुण फाय-फाय सभझा यहे सै
क ु छ कोर्िि कयके देख रूॊ फरजीत एक फाय भेया कहणा भान
अऩनी बार्ा सफने प्मायी मा म्हायी ऩहचान।।
फरजीत ससॊह तॊवय
व.स.स, यऺा भॊरारम, नई दद्री
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