Page 97 - kaushal
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तू यणचॊडी फन जाती है
कयती तहस-नहस
हाहाकाय भचाती है
र्भरे सहाया तुझको तो
तू अवनऩूणाष फन जाती है
देश की उऩरजधध एवॊ नायी सम् भान
्जस देि भं हो यहा हय घॊिे फरा्काय है,
कपय िो तमा कठ ु आ तमा भेयठ उवनाि है
मे र्सरर्सरा कामभ ऩूये बायत भं,
िो कपय तमा उ्तय रदेि तमा रफहाय है
अदारतं भं फेसुभाय ऩीड़तं को इॊसाफ़ का इॊतजाय है,
कागजं ऩय कानून है ऩय अदारतं राचाय हं
ऐसे भं तमा हभं अवम उऩर्ब्धमं ऩय गिष कयने का अगधकाय है?
जाॉच के र्रए जिाफदेह ऩुर्रस राऩयिाह है,
िकीर से रेकय भॊिी विधामक तक आयोवऩमं के साथ है,
तबी तो फेिी यही ऩुकाय है कक उसके जीिन भं तमं अॊधकाय है?
तमा इसका न कोई सुधाय है मा मूॊ ही फढता यहेगा अ्माचाय है!
सुनकय बी फहन फेहिमं की र्ससककमाॉ औय ुदन,भौन इस सभाज के ठेके दाय हं।
तमा तफ बी अऩनी अवम उऩर्ब्धमं ऩय हभं गिष का अगधकाय है?
ऩय मे कौन सभझे कक हय ककसी के भुकद्दय भं कहाॉ फेिी का बा्म है?
यफ को हो ऩसॊद उस घय का मह सौबा्म है,
कपय तमूॉ कोख से कपन तक इतना विबेद है,
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कयती तहस-नहस
हाहाकाय भचाती है
र्भरे सहाया तुझको तो
तू अवनऩूणाष फन जाती है
देश की उऩरजधध एवॊ नायी सम् भान
्जस देि भं हो यहा हय घॊिे फरा्काय है,
कपय िो तमा कठ ु आ तमा भेयठ उवनाि है
मे र्सरर्सरा कामभ ऩूये बायत भं,
िो कपय तमा उ्तय रदेि तमा रफहाय है
अदारतं भं फेसुभाय ऩीड़तं को इॊसाफ़ का इॊतजाय है,
कागजं ऩय कानून है ऩय अदारतं राचाय हं
ऐसे भं तमा हभं अवम उऩर्ब्धमं ऩय गिष कयने का अगधकाय है?
जाॉच के र्रए जिाफदेह ऩुर्रस राऩयिाह है,
िकीर से रेकय भॊिी विधामक तक आयोवऩमं के साथ है,
तबी तो फेिी यही ऩुकाय है कक उसके जीिन भं तमं अॊधकाय है?
तमा इसका न कोई सुधाय है मा मूॊ ही फढता यहेगा अ्माचाय है!
सुनकय बी फहन फेहिमं की र्ससककमाॉ औय ुदन,भौन इस सभाज के ठेके दाय हं।
तमा तफ बी अऩनी अवम उऩर्ब्धमं ऩय हभं गिष का अगधकाय है?
ऩय मे कौन सभझे कक हय ककसी के भुकद्दय भं कहाॉ फेिी का बा्म है?
यफ को हो ऩसॊद उस घय का मह सौबा्म है,
कपय तमूॉ कोख से कपन तक इतना विबेद है,
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