Page 31 - kaushal
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श्ी कदभ ने ऩूयी कोर्िि की कक रोगं को ्ि्छता के रनत जागूक ककमा
जामे ऩयवतु िे असपर ही यहे। उवहंने दफ्तय के गर्रमाये भं जगह जगह ऩो्िय
रगाए। नोहिस फोडष भं सूचनाएॉ रगामीॊ। कामषिाराएॊ आमो्जत कयिामीॊ। रेककन
इन सफका बी रोगं ऩय क ु छ असय नहीॊ हआ। रोगं भं ्ि्छता को रेकय
ु
जागूकता रा ऩाना उनके र्रए भु््कर होता जा यहा था। इस फाय का 2 अतिूफय
बी नजदीक ही था। िे भन ही भन ऩयेिान थे कक एक हदन के र्रए रोगं को
अऩनी ्मूिी माद आती है औय उस के अगरे हदन िही ढाक के तीन ऩात। अफ िो
िामद ककसी चभ्काय की उम्भीद भं ही थे जो कक रोगं को जागूक कयने भं
उनकी भदद कयता।
श्ी कदभ हदकरी के रोधी कॉरोनी भं उवहं र्भरे सयकायी भकान भं यहते थे।
उनके ऩरयिाय भं उनके अरािा उनकी ऩ्नी तथा 2 फ्चे थे जो कक ऩास के ही
एक वि्मारम भं ऩढते थे। उनकी ऩ्नी िैसे तो गरहहणी थीॊ रेककन िे अऩने खारी
ितत भं अऩने आसऩास यहने िारे गयीफ फ्चं को ऩढाती थीॊ। साथ ही साथ
गयीफ ऱककमं को र्सराई ि फुनाई का काभ बी र्सखाती थीॊ ताकक िो ऱककमाॊ
अऩने ऩाॊि ऩय ख़ी हो सक ं । श्ी कदभ महाॉ ऩय 20 सार से यह यहे थे। आसऩास
के सबी रोग उवहं अ्छे तयीके से जानते थे। अऩने घय के आसऩास उवहंने अऩने
अ्छे ्मिहाय के कायण एक अ्छी छवि फना यखी थी। िे सफ रोगं से घुरर्भर
कय यहने भं वि्िास यखते थे।
श्ी कदभ सिेये-सिेये योजाना रोधी गाडषन सैय के र्रए जाते थे। रोधी गाडषन
भं आसऩास की कॉरोनी के रोग तथा दूय दयाज से बी रोग सैय कयने आते थे।
इसके आरािा आसऩास फने दूतािासं से बी रोग सैय कयने महाॉ आते थे। आऩको
योजाना कोई न कोई विदेिी नागरयक महाॉ सैय कयता, जॉगगॊग कयता अथिा ्मामाभ
कयता र्भर ही जाता था। रोधी गाडषन भं सुफह की सैय कयते हए उवहं योज ही
ु
कोई न कोई उनका जानने िारा र्भर ही जाता था। सफसे हारचार ऩूछने के
साथ-साथ उनकी सुफह की सैय बी ऩूयी हो जाती थी। सैय कयने के फाद िो घय
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जामे ऩयवतु िे असपर ही यहे। उवहंने दफ्तय के गर्रमाये भं जगह जगह ऩो्िय
रगाए। नोहिस फोडष भं सूचनाएॉ रगामीॊ। कामषिाराएॊ आमो्जत कयिामीॊ। रेककन
इन सफका बी रोगं ऩय क ु छ असय नहीॊ हआ। रोगं भं ्ि्छता को रेकय
ु
जागूकता रा ऩाना उनके र्रए भु््कर होता जा यहा था। इस फाय का 2 अतिूफय
बी नजदीक ही था। िे भन ही भन ऩयेिान थे कक एक हदन के र्रए रोगं को
अऩनी ्मूिी माद आती है औय उस के अगरे हदन िही ढाक के तीन ऩात। अफ िो
िामद ककसी चभ्काय की उम्भीद भं ही थे जो कक रोगं को जागूक कयने भं
उनकी भदद कयता।
श्ी कदभ हदकरी के रोधी कॉरोनी भं उवहं र्भरे सयकायी भकान भं यहते थे।
उनके ऩरयिाय भं उनके अरािा उनकी ऩ्नी तथा 2 फ्चे थे जो कक ऩास के ही
एक वि्मारम भं ऩढते थे। उनकी ऩ्नी िैसे तो गरहहणी थीॊ रेककन िे अऩने खारी
ितत भं अऩने आसऩास यहने िारे गयीफ फ्चं को ऩढाती थीॊ। साथ ही साथ
गयीफ ऱककमं को र्सराई ि फुनाई का काभ बी र्सखाती थीॊ ताकक िो ऱककमाॊ
अऩने ऩाॊि ऩय ख़ी हो सक ं । श्ी कदभ महाॉ ऩय 20 सार से यह यहे थे। आसऩास
के सबी रोग उवहं अ्छे तयीके से जानते थे। अऩने घय के आसऩास उवहंने अऩने
अ्छे ्मिहाय के कायण एक अ्छी छवि फना यखी थी। िे सफ रोगं से घुरर्भर
कय यहने भं वि्िास यखते थे।
श्ी कदभ सिेये-सिेये योजाना रोधी गाडषन सैय के र्रए जाते थे। रोधी गाडषन
भं आसऩास की कॉरोनी के रोग तथा दूय दयाज से बी रोग सैय कयने आते थे।
इसके आरािा आसऩास फने दूतािासं से बी रोग सैय कयने महाॉ आते थे। आऩको
योजाना कोई न कोई विदेिी नागरयक महाॉ सैय कयता, जॉगगॊग कयता अथिा ्मामाभ
कयता र्भर ही जाता था। रोधी गाडषन भं सुफह की सैय कयते हए उवहं योज ही
ु
कोई न कोई उनका जानने िारा र्भर ही जाता था। सफसे हारचार ऩूछने के
साथ-साथ उनकी सुफह की सैय बी ऩूयी हो जाती थी। सैय कयने के फाद िो घय
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