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को सुक ू न रदान कय यही थी। भन भं तयह-तयह के बािं के आयोह-अियोह साथ

चाय घॊिे की मािा ऩ्चात जो नमनार्बयाभ ृ्म था उसे िब्दं भं फमाॊ कय ऩाना


कहठन है। झीर का ऩानी कहीॊ हया, कहीॊ हकका नीरा, तो नहीॊ गहया नीरा था, भानं

ककसी गचिकाय ने अऩनी ककऩना के यॊगं को उके य के यख हदमा हो। चायं ओय

फ़े-फ़े ऩहा़ इस अनछ ु ई झीर के रहयी की तयह तैनात थे। इस अरौककक


्िगगषक संदमष को देख हभ ठगे से यह गए। झीर के ककनाये हभने माक की सिायी

की औय न चाहते हए बी िाऩसी के र्रए गा़ी भं फैठ गए। भू्थर के फीच इस


यभणीक ्थान की ्भरनत र्रए हभ देय िाभ रेह आ ऩहॊचे। छठा हदन रास ््थत

‘कायगगर िाय भेभोरयमर’ का था। इस ऐनतहार्सक बूर्भ ऩय कदभ यखने के र्रए

हभ हदकरी से ही रारानमत थे। खासकय फ्चं भं अजफ उ्साह था। राईिय सजग


हो गा़ी चरा यहा था तमंकक कहीॊ चिान रुढकने का डय होता तो कहीॊ गा़ी

कपसरने का। ऩूये रेह-रद्दाख भं जगह-जगह सािधानी फयतने के र्रए तयह-तयह


की हहदामतं र्रखी हई हं। अॊरेजी भं कहा बी गमा है- “Don’t be a Game in the

land of Lama।” चाय घॊिे की मािा ऐसी थी भानो कोई कौतूहर खीॊचे जा यहा हो।

भॊ्जर ऩय जाने के उतािरेऩन ने एहसास ही न होने हदमा कक हभ कफ कायगगर


ऩहॊच गए। कायगगर की ऩहाड़मं की ओि भं फसे रास भं देिब्तत की फमाय चर

यही थी। देि के विर्बवन हह्सं से आए ऩमषिक कायगगर भं ऱे गए मुधॎध की

मादं को ताजा कय बायतीम सेना की फहादूयी को भहसूस कय यहे थे। कायगगर मुधॎध


भई, 1999 भं आयॊब हआ औय 26 जुराई, 1999 को ख्भ हआ। तबी से कायगगर


िहीदं को श्धॎधाॊजर्र देने के र्रए 26 जुराई को हय िर्ष कायगगर विजम हदिस के


ूऩ भं भनामा जाता है। हभाये दु्भनं ने ्जस फिा हहर, िोरोर्रॊग हहर, िाईगय

हहर से देि ऩय आिभण ककमा औय हभाये कई जिान िीयगनत को राप्त हए, उसे

देखकय दु्भनं ्िाया अऩनाई गई चारफाजी ऩय आिोि हआ। कायगगर िाय


भेभोरयमर के भेजय भनोज ऩाॊड दीघाष भं िह तभाभ त्िीयं औय श्धॎधा सुभन करि

है, ्जसे देखकय आऩ िीयं ्िाया दी गई िहादत को ित-ित नभन कयते हं। इस



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